चल तुजे एक खुशखबरी सुनाता हूँ. अब उन सब बातोंमें मत जाना
के इतने दिन कहाँ था ? क्या किया? तुजे तो पता है लॉस्ट हो जाना अब मेरा पात्र है.
तुजिसे जो सिखा है. पर इस बार में लॉस्ट होने को नहीं गया था. इलाज के लिए गया था.
फोन लगाने से पहले एक बार पूरा पढ़ ले. में अभी ठीक हूँ और ये इलाज बहोत इमोशनल
लेवल पे है न के फिजिकल, तोह की चिंता मत कर. दरअसल पक चूका हूँ , मर चुका हूँ, और
मुझे जीना है. में मानता हूँ के प्यार दुनियाकी सबसे खुबसूरत चीज़/ईमोशन है , लेकिन
ये ही सबसे भद्दा भी है. में मानता हु अगर किसी से प्यार करो तो टूट के करो, पूरी
शिद्दत से करो लेकिन ये ऊम्मीद मत रखोकी वो भी तुमसे इतना ही प्यार करे. अब ये जो
सेकंड पार्ट है उम्मीद वाला वो साला डिफिकल्ट है. इतने साल तो कोई ख़ास दिक्कत नहीं
हुई पर अब हो रही है. शायद में इनसिक्योर हो गया हूँ एसा मान सकती हो. पर कोई
उम्मीद न रखना पोसिबल नहीं है, कुछ समय के बाद कुछ टूटने लगता है , आईने जेसा, और उस
काच के टूकडे अंदर से चुभने लगते. और खून साला आँखों से निकलता है. में अब इंतजार नहीं कर सकता, इसका मतलब ये नहीं
है के कोई जवाब या रिएक्शन चाहता हूँ, नहीं. बस बताना चाहता था. जब ये शुरू हुआ था
तब भी बताया था तोह अभी बताना भी मेरा फ़र्ज़ है.
तुमने कभी कोई फूलोका हार बनाया है ? जब हार बनाया जाता है
तो सुई के माध्यम से धागे को फूल के आर पार किया जाता है , और एक के बाद एक फूल इसी तरह लगाए जाते है. अंतमें दोनों सिर्हो
को बिना जोड़े हुए रख्खा जाता है, लेकिन दोनों सिर्हो पे गाँठ लगाईं जाती है जिससे
के वो हार बिखर के गिर न जाए. में वो गाँठ लगाना भूल गया था.
Kya baat he ..
ReplyDelete"Me wo ganth lagana bhul gaya tha"
Superb
Thank you bhai :)
ReplyDelete……… saras che
Deleteagree with siddharth...
ReplyDeleteit's substance of the story "में वो गाँठ लगाना भूल गया था|"
awesome...!!!
Waaahhh..."में वो गाँठ लगाना भूल गया था|"
ReplyDeletesakhat strong impact pade 6 end ma.. maja aai gai.
Title pan bau gamyu. Ghanu badhu kai de 6 "/" sign thi.